अपने ही अंदाज में PM मोदी पर बार-बार निशाना साधने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक अब महाराणा प्रताप पर बोले हैं। कहा, ‘लोगों को राजस्थान में प्रताप याद आते होंगे, लेकिन मुझे जाट नेता याद आते हैं।’ वह जोधपुर मारवाड़ जाट महासभा संस्थान के कार्यक्रम में बोले रहे थे।
इस मौके पर भी उन्होंने मोदी पर फिर हमला बोला है। कहा- ‘मैं दिल्ली में डेढ़ कमरे के मकान में रहता हूं। इसलिए किसानों के सवालों पर मोदी से पंगा लिया। किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। जब तक सभी मांगें मान नहीं ली जातीं, आंदोलन वापस नहीं हो सकता। मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि सिख व जाट चेहरा नहीं भूलते हैं। आंदोलन खत्म करने से पहले उन्हें कुछ देकर भेजें। उन्होंने इंदिरा का चेहरा भी याद रखा था। केंद्र की सरकार से मुझे बैर नहीं है, लेकिन किसानों के लिए पद तक छोड़ने को तैयार हूं।’
मारवाड़ जाट महासभा संस्थान की ओर से शुक्रवार को जोधपुर के SN मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में समाज सेवा सम्मान एवं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम हुआ। मलिक बतौर अतिथि शामिल हुए। उन्होंने एक बार फिर इस कार्यक्रम में किसान आंदोलन का जिक्र किया। कहा- ‘किसानों को अब और दबाकर नहीं रखा जा सकता। वह अपना हक लेकर रहेंगे। बातचीत से नहीं देंगे तो लड़ाई लड़ेंगे। लड़ाई से नहीं मिलेगा तो हिंसा से लेंगे। मेरी दिल्ली वालों को यह सलाह है कि इनसे पंगा मत लो। यह बहुत ही भयानक लोग हैं।’
बोले- मैं दिमाग में रखता हूं, भाषण के बाद केंद्र से कॉल आ सकता है
मलिक ने कहा- सच बोलता हूं। हमेशा यह दिमाग में रहता है कि किसी भी भाषण के बाद केंद्र से कॉल आ सकता है। हो सकता है, यहां का भाषण खत्म करने के बाद मुझे फोन आ जाए कि पद छोड़ो। हमारी बेइज्जती करवा रहे हो। मैं वह भी छोड़ने को तैयार हूं। समाज के लोगों से कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद जाटों के लिए ही काम करना चाहता हूं।
मारवाड़ आना अच्छा लगता है, ताकत लेकर जाता हूं
मारवाड़ का जिक्र करते हुए मलिक ने कहा- यहां आना अच्छा लगता है। यहां से ताकत लेकर जाता हूं। लोगों को राजस्थान में महाराणा प्रताप याद आते होंगे, लेकिन मुझे जाट नेता याद आते हैं। उन्होंने महिलाओं के गोल्ड पहनने पर कहा- राजस्थान की महिलाओं को सोने का इतना शौक है कि वह सर से पैर तक लदी रहती हैं। उन्होंने महिलाओं से माफी मांगते हुए कहा कि सोना पहनने के शौक को कम कर दो और बालिका शिक्षा पर ध्यान दो। वेस्टर्न UP और दिल्ली के आस-पास दहेज में चार छल्ले की गाड़ी (ऑडी) मांगते हैं। यह गलत है